Friday, June 20, 2014

धूप मेरे सर पे है , आँचल तुम्हारे पास है

धूप मेरे सर पे है , आँचल तुम्हारे पास है 
मसअला मेरा है लेकिन हल तुम्हारे पास है 

मैं तुम्हारी ही बदौलत आसमाँ पर छा गया 
जिससे मैं बादल बना वो जल तुम्हारे पास है 

तुम दिखा सकते हो मुझको अक्स मेरे दर्द का 
ऐसा वाहिद आइना , केवल तुम्हारे पास है 

दिल दिया तो दिल मिला भी क्यों परेशाँ हो सनम 
इक गया तो, दूसरा पागल तुम्हारे पास है

खो न देना प्यार का वो क़ीमती लम्हा "नदीम "
अब अमानत की तरह वो पल तुम्हारे पास है

---------ओम प्रकाश नदीम

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